नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा। अनानास के फल में रखे गए पटाखे से घायल होने के बाद एक गर्भवती हथिनी की मौत ने दुनियाभर के वन्यजीव प्रेमियों को झकझोर दिया है। इस अमानवीय कृत्य के लिए दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।

केरल के मल्लापुरम जिले के एक गांव में हुई इस जघन्य घटना के संबंध में पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वन्य जीवों के अधिकारों के लिए लड़ने वाली कार्यकर्ता मेनका गांधी ने कहा है कि हथिनी की मौत हत्या का मामला है। इस जिले में हाथी ही नहीं अन्य पशु-पक्षियों को मारे जाने की घटनायें अक्सर होती रहती हैं।

उन्होंने कहा कि मल्लापुरम जिला अपराधों के लिए कुख्यात है और यहां वन्य जीवों के खिलाफ हिंसा की जाती है। शिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है इसलिए यह मन माने तरीके से आपराधिक घटानायें करते हैं।

मेनका गांधी ने हथिनी की मौत पर केरल के वायनाड से सांसद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हथिनी की मौत पर कुछ नहीं किया।


गुरुवार को केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह भारतीय संस्कृति नहीं है कि जानवरों को पटाखा खिलाया जाए और उनकी हत्या की जाए।

उन्होने कहा, ‘केंद्र सरकार ने केरल में हथिनी की हत्या को बहुत ही गंभीरता से लिया है। हम मामले की गहराई से जांच और दोषियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

बता दें कि 15 वर्षीय इस हथिनी की मौत का मामला वन अधिकारी मोहन कृष्णन के सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट से उजागर हुआ।

हथिनी ने जब अनानास का फल खाया तब उसके मुंह में विस्फोट हो गया और उसका जबड़ा क्षतिग्रस्त हो गया। हथिनी कई दिनों तक नदी के पानी में अपना घायल मुंह पानी में डाली खड़ी रही और 27 मई को उसकी मौत हो गई।

इस घटना के संबंध में वन्य जीव सुरक्षा संरक्षण कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

वन अधिकारियों ने मृत हथिनी के प्रति सम्मान और संवेदना व्यक्त करते हुए जंगल में उसकी चिता पर अंतेष्टी की।

वन अधिकारी मोहन कृष्णन ने कहा कि हम उस हथिनी के दुख को समझ सकते थे जो अकेले नहीं थी। उसकी पोस्टमार्टम से पता चला की वह गर्भवती थी और कुछ ही दिनों वह मां बनने वाली थी। हम सबने इस वन्य प्राणी को गमगीन दिल से विदाई दी।
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