नई दिल्ली। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन की दुस्साहसिक हरकत से 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद पूरा देश गुस्से में है। इसे लेकर जगह-जगह धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया है तो कई स्थानों पर चीनी सामानों की होलियां जलाई जा रही हैं। इस दौरान चीन की धोखेबाजी का बदला लेने की भी मांग की जा रही है।
(गाजियाबाद के नवयुग मार्केट में चीन निर्मित सामान की होली जलाते व्यापारी)
दिल्ली में चीनी दूतावास पर स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इसमें सेना के रिटायर जवान भी शामिल रहे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।

कोलकाता में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया तो गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व मध्यप्रदेश आदि के कई जिलों में चीन की धोखेबाजी को लेकर धरना-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। 

आपस में उलझते हुए चीनी और भारतीय सैनिक 

चीन की चालबाजी को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उच्च स्तरीय बैठकों का सिलसिला जारी रखे हैं ताकि उसे माकूल जवाब दिया जा सके। कुछ टीवी चैनलों ने भी अब चाइनीज कंपनियों के विज्ञापनों को दिखाने पर रोक लगा दी है।

बता दें कि धोखेबाज चीन ने सोमवार रात निहत्थे भारतीय सैनिकों पर गलवान घाटी में पूरी योजना के साथ हमला किया था। लोहे के रॉड और नुकीले डंडों से लैस चीन के कातिल जवानों ने 16 बिहार रेजीमेंट के जवानों पर प्रहार किया। इसमें कमांडिंग अफसर कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए। 

ऊंचाई पर पॉइंट 14 पर मौजूद चीनी सैनिकों ने बड़े-बड़े पत्थरों को भारतीय पोजीशन की तरफ फेंका। कई भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों का बहादुरी से सामना किया। हालांकि कई के पास अपनी सुरक्षा के लिए मौके नहीं थे। 

इस संघर्ष में चीन के 40 सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है। रिपोर्ट के मुताबिक इस संघर्ष में चीन का कमांडिंग ऑफिसर भी मारा गया है।


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