नई दिल्ली : दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 25 जून से ओपीडी सेवाएं खुलने जा रही हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले तीन महीने से एम्स की ओपीडी बंद थी। मंगलवार को एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने चरणबद्ध तरीके से ओपीडी सेवा शुरू करने की अनुमति दे दी है। 25 जून से फिजिकल रूप से ओपीडी सेवाओं को शुरू किया जाएगा। 

पहले चरण में पुराने मरीजों को राहत मिलेगी और वे इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा जो विभाग नए मरीजों को भी देखना चाहते हैं, वो सीमित संख्या में उन्हें देख सकेंगे हालांकि इस चरण में शाम के विशेष क्लीनिक के लिए डॉक्टर से समय नहीं मिलेगा। मंगलवार को जारी हुए सर्कुलर के अनुसार हर विभाग में प्रतिदिन केवल पंद्रह मरीजों को देखा जाएगा।

यह विभागों को तय करना होगा कि वे मरीजाें को देखने के लिए बुलाने से पहले टेलीकंस्लटेशन के जरिये उनकी समस्या जानते हैं या नहीं। मरीजों को कंप्यूटर के माध्यम से या सीधे विभाग द्वारा ओपीडी कंसल्टेशन का अप्वाइंटमेंट दिया जा सकता है। 

इस संबंध में विभाग ही निर्णय लेगा। जिन मरीजों को विभाग देखेगा, नाम और फोन नंबर के साथ उनकी सूची 48 घंटे पहले डॉक्टरों को देनी होगी।  बीते कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए बीते 24 मार्च को एम्स में ओपीडी सेवाएं अस्थाई रूप से बंद कर दी गई थीं। 

ऐसा पहली बार हुआ था जब देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में ओपीडी विभाग को मरीजों के लिए बंद किया गया है।
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