ग़ाज़ियाबाद। लक्ष्य एक उड़ान फाउण्डेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुषमा गंगवार ने रविवार को मातृ दिवस पर कहा कि आज हमारी जिंदगी के सबसे प्यारे और महत्वपूर्ण व्यक्ति माँ को मैं धन्यवाद करती हूँ। माँ सबसे प्यारी और पूजनीय होती है। दुनिया में किसी भी तरह का प्यार माँ द्वारा किये गए प्रेम की बराबरी नहीं कर सकता। माँ अपने बच्चे की सबसे अच्छी प्रशिक्षक और मार्गदर्शिका होती है। माँ ही वह पहली शख्स होती है जिसे हम अपनी ख़ुशी में सबसे पहले याद करते हैं। माँ को, ईश्वर से अपने गर्भ में एक नवीन जीवन को गहन प्रेम और देखभाल के साथ विकसित करने की शक्ति का आशीष मिला है।
मैं आज हमारी जिंदगी के सबसे प्यारे और महत्वपूर्ण व्यक्ति माँ को धन्यवाद करती हूँ। माँ के बिना हम में से कोई अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। इतना दर्द और पीड़ा सहकर हमें इस खूबसूरत दुनिया में लाने के लिए हम सब उसके शुक्रगुज़ार हैं।
संस्था की सदस्य नेहा शर्मा ने कहा कि अपने बच्चे के लिए माँ का प्यार दुनिया में सब चीजों से बढ़कर है। यह किसी कानून को नहीं जानता, किसी से नहीं डरता। यह सब चीजों से लड़ने की हिम्मत रखता है और अपने बच्चे के रास्ते में आने वाली हर मुसीबत को कुचलना जानता है।
एक माँ अपने बच्चों को गर्भ में अपने खून से सींचती है और अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिए बहुत त्याग करती है। वह इस पृथ्वी पर ईश्वर का विकल्प है। दुनिया का कोई भी प्रेम माँ के प्रेम से अधिक नहीं हो सकता। संसार के सभी महान पुरुष अपनी मां के समर्थन और भक्ति के कारण ही उन उचाईंयों तक पहुंचे हैं जो हमेशा उनके लिए खड़ी रही और मुक़ाबले के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रही। महात्मा गांधी भी इस बात के एक उदाहरण हैं जो अपनी माँ पुतलीबाई के प्यार और भक्ति के कारण आगे बढ़े हैं।
इस दुनिया में प्रवेश करने से लेकर इस दुनिया को अलविदा कहने तक हम अपने जीवन में कई रिश्तों की संरचना कर जाते हैं। कुछ रिश्ते थोड़ी देर के लिए बनाए जाते हैं, कुछ हमें धोखा दे जाते हैं, कुछ हमें छोड़ देते हैं जब हमें उनकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है और कुछ हमारा हर तरह के सुख-दुःख में साथ निभाते हैं। पर एक व्यक्ति जो बिना किसी लालच के हमारी देखभाल, स्नेह और प्यार करती है वह "माँ" है।रिया हालडार ने कहा कि माँ अपने बच्चे की प्रशिक्षक और मार्गदर्शिका होती है। वह हमें सिखाती है कि हमें जीवन की मुसीबतों को कैसे झेलना है, कैसे बोलना है, कैसे लिखना है और व्यवहार संबंधी सभी सबक सिखाती है जो हमें बेहतर इंसान बनने और इस दुनिया में अपने आचरण को अच्छा रखने में मदद करता है। लक्ष्य एक उड़ान फाउण्डेशन की सदस्य कविता पालिवाल कहती हैं कि हर मां को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए और उन सभी कार्यों और त्यागों के लिए उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए जो वह अपने बच्चों के लिए करती हैं। माँ अपने बच्चों के लिए सब कुछ करती है और अब इस कर्तव्य का निर्वाहन करने का समय हमारा है। संस्था की सदस्य अनुराधा वर्मा ने कहा कि हमें पूरी तरह से कोशिश करनी चाहिए। तनु चौरसिया ने कहा कि हम अपनी माँ के लिए अपयश का कारण न बने और उसे दुःख न पहुंचाए। हमें इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए कि हमारे जन्म के समय के बाद से ही हम हर चीज के लिए अपनी माँ पर निर्भर रहते थे। वही एक व्यक्ति है जिसने हर समय हमारा साथ दिया और पूरे दिल से हमारा पालन-पोषण किया। उसका प्यार और स्नेह अतुलनीय है।
लक्ष्य एक उड़ान फाउण्डेशन की सदस्य पूजा तिवारी ने कहा कि मां हमारी सुरक्षा ढाल है जो हमें हर प्रकार के हमलों और कठिनाइयों से बचाती है। वह अपने सभी दुःखों को भूल अपने बच्चे की ज़रूरतों को पूरा करती है। जैसा कि आप सब जानते हैं आज मातृ दिवस है। हम सभी को विशेष रूप से न केवल इस विशेष दिन पर हमारी माताओं को खुश करने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए, बल्कि अपने जीवन के बाकी समय में भी अपनी माताओं का ध्यान रखना चाहिए।
अंत में सुषमा गंगवार ने कहा कि लक्ष्य एक उड़ान फाउण्डेशन की तरफ से मैं सभी माताओं को मदर्स डे की शुभकामनाएं देती हूँ और भगवान से दुआ करती हूँ कि उनका हौसला और हिम्मत बनी रहे ताकि वे हर चुनौतीपूर्ण स्थिति का मुकाबला कर सकें।
इस मातृ दिवस पर शिप्रा सनसिटी की शशी मलहान, किरन, टीना, ममता, सुपर्णा, अनुराधा वर्मा, रिया हलडार, पूजा तिवारी, तनु चौरसिया, नेहा सेन, सोमा श्रीवास्तव, तेजल शर्मा, संघमित्रा बासू, कविता पालिवाल, भूमि, शुप्रिया श्रीवास्तव, नेहा शर्मा, जूपिटर एंजल से अनीता त्रिपाठी, बरेली से अनुराधा, नीलम राठौर, नीतू सिंह, चारू शर्मा, विजय नगर से उषा चौहान और इंदिरापुरम से पार्षद मंजुला गुप्ता, लखनऊ से राजेश, सहारनपुर से अलोक, दीपक, सविता, सीमा आदि ने मातृ दिवस पर हिस्सा लिया और सभी माताओं ने आशिर्वाद दिया।
मैं आज हमारी जिंदगी के सबसे प्यारे और महत्वपूर्ण व्यक्ति माँ को धन्यवाद करती हूँ। माँ के बिना हम में से कोई अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। इतना दर्द और पीड़ा सहकर हमें इस खूबसूरत दुनिया में लाने के लिए हम सब उसके शुक्रगुज़ार हैं।
संस्था की सदस्य नेहा शर्मा ने कहा कि अपने बच्चे के लिए माँ का प्यार दुनिया में सब चीजों से बढ़कर है। यह किसी कानून को नहीं जानता, किसी से नहीं डरता। यह सब चीजों से लड़ने की हिम्मत रखता है और अपने बच्चे के रास्ते में आने वाली हर मुसीबत को कुचलना जानता है।
एक माँ अपने बच्चों को गर्भ में अपने खून से सींचती है और अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिए बहुत त्याग करती है। वह इस पृथ्वी पर ईश्वर का विकल्प है। दुनिया का कोई भी प्रेम माँ के प्रेम से अधिक नहीं हो सकता। संसार के सभी महान पुरुष अपनी मां के समर्थन और भक्ति के कारण ही उन उचाईंयों तक पहुंचे हैं जो हमेशा उनके लिए खड़ी रही और मुक़ाबले के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रही। महात्मा गांधी भी इस बात के एक उदाहरण हैं जो अपनी माँ पुतलीबाई के प्यार और भक्ति के कारण आगे बढ़े हैं।
इस दुनिया में प्रवेश करने से लेकर इस दुनिया को अलविदा कहने तक हम अपने जीवन में कई रिश्तों की संरचना कर जाते हैं। कुछ रिश्ते थोड़ी देर के लिए बनाए जाते हैं, कुछ हमें धोखा दे जाते हैं, कुछ हमें छोड़ देते हैं जब हमें उनकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है और कुछ हमारा हर तरह के सुख-दुःख में साथ निभाते हैं। पर एक व्यक्ति जो बिना किसी लालच के हमारी देखभाल, स्नेह और प्यार करती है वह "माँ" है।रिया हालडार ने कहा कि माँ अपने बच्चे की प्रशिक्षक और मार्गदर्शिका होती है। वह हमें सिखाती है कि हमें जीवन की मुसीबतों को कैसे झेलना है, कैसे बोलना है, कैसे लिखना है और व्यवहार संबंधी सभी सबक सिखाती है जो हमें बेहतर इंसान बनने और इस दुनिया में अपने आचरण को अच्छा रखने में मदद करता है। लक्ष्य एक उड़ान फाउण्डेशन की सदस्य कविता पालिवाल कहती हैं कि हर मां को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए और उन सभी कार्यों और त्यागों के लिए उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए जो वह अपने बच्चों के लिए करती हैं। माँ अपने बच्चों के लिए सब कुछ करती है और अब इस कर्तव्य का निर्वाहन करने का समय हमारा है। संस्था की सदस्य अनुराधा वर्मा ने कहा कि हमें पूरी तरह से कोशिश करनी चाहिए। तनु चौरसिया ने कहा कि हम अपनी माँ के लिए अपयश का कारण न बने और उसे दुःख न पहुंचाए। हमें इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए कि हमारे जन्म के समय के बाद से ही हम हर चीज के लिए अपनी माँ पर निर्भर रहते थे। वही एक व्यक्ति है जिसने हर समय हमारा साथ दिया और पूरे दिल से हमारा पालन-पोषण किया। उसका प्यार और स्नेह अतुलनीय है।
लक्ष्य एक उड़ान फाउण्डेशन की सदस्य पूजा तिवारी ने कहा कि मां हमारी सुरक्षा ढाल है जो हमें हर प्रकार के हमलों और कठिनाइयों से बचाती है। वह अपने सभी दुःखों को भूल अपने बच्चे की ज़रूरतों को पूरा करती है। जैसा कि आप सब जानते हैं आज मातृ दिवस है। हम सभी को विशेष रूप से न केवल इस विशेष दिन पर हमारी माताओं को खुश करने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए, बल्कि अपने जीवन के बाकी समय में भी अपनी माताओं का ध्यान रखना चाहिए।
अंत में सुषमा गंगवार ने कहा कि लक्ष्य एक उड़ान फाउण्डेशन की तरफ से मैं सभी माताओं को मदर्स डे की शुभकामनाएं देती हूँ और भगवान से दुआ करती हूँ कि उनका हौसला और हिम्मत बनी रहे ताकि वे हर चुनौतीपूर्ण स्थिति का मुकाबला कर सकें।
इस मातृ दिवस पर शिप्रा सनसिटी की शशी मलहान, किरन, टीना, ममता, सुपर्णा, अनुराधा वर्मा, रिया हलडार, पूजा तिवारी, तनु चौरसिया, नेहा सेन, सोमा श्रीवास्तव, तेजल शर्मा, संघमित्रा बासू, कविता पालिवाल, भूमि, शुप्रिया श्रीवास्तव, नेहा शर्मा, जूपिटर एंजल से अनीता त्रिपाठी, बरेली से अनुराधा, नीलम राठौर, नीतू सिंह, चारू शर्मा, विजय नगर से उषा चौहान और इंदिरापुरम से पार्षद मंजुला गुप्ता, लखनऊ से राजेश, सहारनपुर से अलोक, दीपक, सविता, सीमा आदि ने मातृ दिवस पर हिस्सा लिया और सभी माताओं ने आशिर्वाद दिया।
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