नई दिल्ली : पुनीत माथुर। पिछले साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले को एक आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया था।

उस दिन जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था। सामान्य दिन की तरह ही उस दिन भी सीआरपीएफ के वाहनों का काफिला अपनी धुन में जा रहा था। तभी एक कार ने सड़क की दूसरी तरफ से आकर इस काफिले के साथ चल रहे वाहन में टक्‍कर मार दी।
इसके साथ ही एक जबरदस्‍त धमाका हुआ। यह आत्मघाती हमला इतना बड़ा था कि मौके पर ही सीआरपीएफ के करीब 42 जवान शहीद हो गए।

इसके बाद भारतीय वायुसेना ने बालोकोट में आतंकी ठिकानों को निशाना बना कर जवानों की शहादत का बदला लिया था।

पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी है। पीएम ने कहा कि पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले वे असाधारण व्यक्ति थे जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा और रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार की सुबह ट्वीट किया और लिखा, ‘पिछले साल भीषण पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि। वे असाधारण व्यक्ति थे जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा और रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। भारत उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेगा।’

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