ग़ाज़ियाबाद : पुनीत माथुर। हैदराबाद में रेप के बाद जलाई गयी महिला वेटनरी डाक्टर के हत्यारों को तेलंगाना पुलिस ने उनके अंजाम तक पहुंचा दिया। उधर निर्भया के कातिलों को भी जल्द ही फांसी दी जानी है लेकिन इन दरिंदों का हश्र देख कर भी ऐसे नर पिशाचों को कोई सबक नहीं मिला।
बिहार के मुजफ्फरपुर में आत्मा को झकझोरने वाली हैवानियत भरी घटना सामने आई है, जहां दुष्कर्म न कर पाने पर एक दरिंदे ने युवती को जिंदा जला दिया था। साेमवार रात पटना के अपाेलाे बर्न हाॅस्पिटल में मुजफ्फरपुर के अहियापुर की जिंदा जलाई गई युवती ने दम ताेड़ दिया।
वह अस्पताल में 10 दिसंबर से भर्ती थी। 7 दिसंबर को दुष्कर्म में विफल रहने पर युवती काे राजा और उसके साथी मुकेश ने केराेसिन छिड़क कर जला दिया था। वह 95% जल गई थी।
बीते 3 साल से छेड़खानी से परेशान युवती और उसके परिजनों ने थाने में 5 बार शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने उल्टा उन्हें ही नसीहत दी थी कि आरोपी के परिवार से मत उलझाे।
छेड़खानी से लेकर जिंदा जलाए जाने और इलाज से माैत तक हर स्तर पर चूक हुई। वारदात के बाद भी पुलिस ने एफआईआर में छेड़खानी या दुष्कर्म के प्रयास की धारा नहीं लगाई। छेड़खानी की धारा जाेड़ने के लिए बीते गुरुवार काे काेर्ट में अर्जी लगाई गई थी।
और अब छत्तीसगढ़ में पुलिस को गौरेला पुलिस स्टेशन थानांतर्गत पेंड्रा क्षेत्र में एक फार्म में जली हुई महिला की लाश मिली है। बताया जा रहा है कि महिला करीब 35 वर्ष की है।
गौरेला पुलिस स्टेशन के SHO ने जानकारी दी है कि शुरूआती जांच में ऐसा लगता है कि महिला का पहले कत्ल किया गया फिर उसकी लाश को आग लगा दी गई।
पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है साथ ही उसकी शिनाख्त के लिए कोशिश की जा रही है।
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