गाजियाबाद: पुनीत माथुर। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले को आवारा छुट्टा पशु मुक्त करने के लिए जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय की ओर से एक बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में एसडीएम, नगर पालिका, नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी व विकास खंडों के प्रभारियों को बुलाया गया था।
बैठक में जनवरी 2020 तक जिले को आवारा पशु मुक्त बनाने पर विचार-विमर्श चल रहा था। इसी बीच खोड़ा मकनपुर नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी के.के. भड़ाना अचानक हंसने लगे।
गंभीरता के साथ चल रही बैठक में एक अधिकारी का इस तरह से हंसना जिलाधिकारी को बहुत बुरा लगा। उन्होंने भड़ाना को बैठक से बाहर कर दिया। साथ ही शासन को इनके खिलाफ विभागीय जांच करने के लिए लिखा है।
बैठक में एसडीएम, नगर पालिका, नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी व विकास खंडों के प्रभारियों को बुलाया गया था।
बैठक में जनवरी 2020 तक जिले को आवारा पशु मुक्त बनाने पर विचार-विमर्श चल रहा था। इसी बीच खोड़ा मकनपुर नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी के.के. भड़ाना अचानक हंसने लगे।
गंभीरता के साथ चल रही बैठक में एक अधिकारी का इस तरह से हंसना जिलाधिकारी को बहुत बुरा लगा। उन्होंने भड़ाना को बैठक से बाहर कर दिया। साथ ही शासन को इनके खिलाफ विभागीय जांच करने के लिए लिखा है।
Post A Comment: