बेंगलुरु, कर्नाटक में आज येदियुरप्पा सरकार की किस्मत का फैसला होना है। स्पीकर केआर रमेश कुमार द्वारा बचे हुए 14 बागी विधायकों को अयोग्य करार देने के बाद बीजेपी के लिए बहुमत साबित करना आसान माना जा रहा है। वहीं स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला कर चुके बागी विधायक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कर्नाटक के सियासी ड्रामे में उनका भरपूर इस्तेमाल हुआ और वे स्पीकर की बुनी हुई स्क्रिप्ट के शिकार हो गए। बागियों ने अपने राजनीतिक करियर को बचाने के लिए विकल्प खोजने भी शुरू कर दिए हैं।
अयोग्य करार दिए गए बागी विधायकों ने व्यक्तिगत रूप से कहा कि वे अपनी पार्टी और बीजेपी, दोनों से ही ठगे गए। बीजेपी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के पद देने का सपना दिखाया था, लेकिन उनके साथ सबसे बड़ा खेल स्पीकर ने किया और उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया। लिहाजा, उन्हें विधानसभा की सदस्यता से ही हाथ धोना पड़ा। यही नहीं वह 2023 तक कोई उपचुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'खेल' का खुलासा करेंगे बागी
बता दें कि स्पीकर के आर रमेश कुमार ने सभी 17 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है। इसके बाद विधायकों ने स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया। कुछ बागी कांग्रेस विधायक अगले हफ्ते एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस और बीजेपी की धोखाधड़ी का खुलासा करने की योजना बना रहे हैं। इस पीसी में उनके इस्तीफे से लेकर 20 दिनों के होटल-रिजॉर्ट में ठहरने तक की पूरी कहानी विस्तार से बताने की संभावना है।
स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे बागी
एक अयोग्य विधायक ने कहा, बीजेपी नेताओं ने हम में से कुछ को मंत्री पद देने का वादा किया था। बागी विधायक मुंबई के होटलों में खुद के ठिकाने लगाने के तरीके से भी नाराज हैं। कांग्रेस विधायक एन मुनिरत्ना ने बताया, 'स्पीकर पूरी स्क्रिप्ट के रचयिता हैं। वरना वह अयोग्य विधायकों को उपचुनाव लड़ने से कैसे रोक सकते हैं, जबकि वह जानते हैं कि यह गलत है।' जेडीएस के बागी विधायक एएच विश्वनाथ ने कहा, 'अयोग्यता कानून के खिलाफ है। हम सोमवार को स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।'
रात भर होटल में रुके बीजेपी विधायक
बता दें कि कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को सोमवार को विधान सभा में बहुमत साबित करना है। इससे पहले बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को रविवार रातभर बेंगलुरु के एक होटल में ठहराया। होटल में बीजेपी विधायक दल की बैठक भी आयोजित की गई जिसमें येदियुरप्पा समेत पार्टी के अनेक नेता मौजूद रहे।
बीजेपी के लिए आसान हुआ विश्वासमत हासिल करना
बता दें कि कुमारस्वामी सरकार गिरने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने गत शुक्रवार को सीएम पद की शपथ ली थी। नई सरकार के बहुमत साबित करने से पहले कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने रविवार को 14 और बागी विधायकों को दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य करार दे दिया। इस फैसले के बाद विधानसभा में विधायकों की संख्या 207 बच गई है। यानी येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 104 विधायकों की जरूरत होगी। बीजेपी के पास खुद के 105 विधायक हैं। बीजेपी को एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन हासिल है। इससे बीजेपी सरकार के लिए विश्वासमत हासिल करना आसान हो गया है।
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