नयी दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि बढ़ती असमानता चिंता की बात है और कल्याणकारी राज्य होने के नाते देश में काफी गरीबी या आर्थिक विषमता नहीं हो सकती है। सामाजिक विकास रिपोर्ट ‘भारत में बढ़ती असमानता, 2018’ जारी करने के अवसर पर सिंह ने कहा कि कुछ क्षेत्र और सामाजिक समूह गरीबी हटाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और ठोस नीतियों के बावजूद काफी गरीब हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है लेकिन आर्थिक विकास की उच्च दर बढ़ती असमानता से जुड़ी हुई है जिसमें आर्थिक, सामाजिक, क्षेत्रीय और ग्रामीण शहरी असमानता शामिल है। उन्होंने यहां कहा, ‘‘बढ़ती असमानता हमारे लिए चिंताजनक है क्योंकि आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक असमानतओं का बुरा प्रभाव हमारी तेज, समग्र एवं सतत विकास को क्षति पहुंचा सकते हैं।
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