नई दिल्ली I कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आगे पार्टी के अध्यक्ष नहीं बने रहना चाहते. उन्होंने अपना रिप्लेसमेंट तलाशने के लिए पार्टी को एक महीने का वक्त दिया है. राहुल गांधी ने खासा जोर दिया है कि नया अध्यक्ष कोई नॉन गांधी ही होना चाहिए. लिहाजा पार्टी इन कोशिशों में जुट भी गई है.
ऐसे में सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के लिए एके एंटनी के नाम पर विचार कर रही है. अभी पार्टी में बैठकों का दौर चल रहा है, अगर वर्किंग कमिटी के सदस्यों में सहमति हो गई, तो एके एंटनी कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. बता दें कि यूपीए सरकार में एके एंटनी रक्षा मंत्री रह चुके हैं.
पार्टी में ये विचार उभर रहा है कि कांग्रेस को अपने 'अंतरिम अध्यक्ष' के रूप में एक वरिष्ठ नेता का नाम लेना होगा, जो सामूहिक निर्णय लेने के लिए नेताओं के एक कॉलेजियम की अध्यक्षता करेंगे. पार्टी में एके एंटनी की काफी अच्छी छवि है. ऐसे में माना जा रहा है कि अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर उनके नाम पर सहमति बन जाएगी.
हार के बाद राहुल ने की थी इस्तीफे की पेशकश
बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस की सर्वोच्च इकाई कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में भी राहुल ने इस्तीफे की पेशकश की थी. उन्होंने कहा था कि वह एक सामान्य कार्यकर्ता की हैसियत से काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि वह देश भर में घूम कर कांग्रेस का जनाधार बढ़ाने का काम करेंगे.
लोकसभा में कांग्रेस का नेतृत्व कर सकते हैं राहुल गांधी
सूत्रों का कहना है कि लोकसभा में राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का नेता बनने के लिए भी मनाया जा रहा है। हालांकि, माना जा रहा है कि अगले सप्ताह लोकसभा में कांग्रेस नेता कौन होगा इसका औपचारिक ऐलान हो जाएगा. कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफे पर अड़े होने के बाद अंतरिम प्रेजिडेंट और उसकी सहायता के लिए कॉलेजियम की चर्चा जोरों पर है.
बड़े नेताओं से हैं नाराज़
इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में राहुल गांधी चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेताओं के ढीलेपन को लेकर उन पर निशाना साधा था. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी से आगे अपने बेटों को रखा. उन्हें टिकट दिलाने के लिए दबाव बनाया गया. इनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम शामिल है.
इन नेताओं के बच्चों को मिली चुनाव में हार
चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत, कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष मोहन देव की बेटी सुष्मिता देव, कमलनाथ के बेटे और चिदंबरम के बेटे हार गए. जब राहुल गांधी ने बैठक में इस्तीफे की पेशकश की थी, तो पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भावुक हो गए. उन्होंने कहा था कि अगर राहुल गांधी इस्तीफा देते हैं, दक्षिण से कांग्रेस कार्यकर्ता सुसाइड कर सकते हैं.
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