वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को सबसे स्वच्छ वातावरण वाला देश बताया है। ट्रंप बीते दिनों तीन दिवसीय ब्रिटेन के दौरे पर थे। यहां उन्होंने क्वीन एलिजाबेथ और प्रिंस चार्ल्स से मुलाकात कर कई मुद्दों पर वार्ता की। इस दौरान वे क्लाइमेट चेंज पर भी एक गंभीर वार्ता का हिस्सा बने। कार्यक्रम की मेजबानी प्रिंस चार्ल्स ने की थी। ट्रंप ने पर्यावरण संबंधी ये टिप्पणी अपने तीन दिवसीय ब्रिटेन दौरे के आखिरी दिन एक साक्षात्कार में अमेरिका को सबसे स्वच्छ देश बताया।
ब्रिटेन दौरे पर ट्रंप ने क्वीन एलिजाबेथ, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, कनाडा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो जैसे ग्लोबल लीडर से मुलाकात की। ट्रंप ने यहां 2017 में पेरिस जलवायु समझौते से पीछे हटते हुए भारत और अन्य देशों को दोषी ठहराया और तब से विवाद को दोहराया।
उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर प्रिंस चार्ल्स के साथ मंगलवार को एक विस्तृत चर्चा की। ट्रंप ने कहा कि चार्ल्स ने इस मुद्दे पर बेहद गंभीरता से बात की और मैं उनकी इस गंभीरता का मुरीद हो गया। इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि प्रिंस चार्ल्स को उन्होंने भी क्लाइमेट चेंज विषय पर कुछ सुझाव दिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वह जलवायु परिवर्तन से लड़ने को लेकर प्रिंस चार्ल्स के जज्बे से आश्चर्यचकित हैं। ट्रंप, प्रिंस चार्ल्स की इस बात से भी खासा प्रभावित हैं कि वह ऐसा विश्व चाहते हैं जो ‘भावी पीढियों के लिए अच्छा हो।’ ट्रंप ने 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद से पर्यावरण संबंधी नियमों को वापस लिया है और वह अमेरिका को पेरिस जलवायु संधि से भी बाहर कर चुके हैं।
हालांकि ट्रंप ने कहा कि वह पर्यावरण के हितों के प्रति कटिबद्धता को लेकर प्रिंस चार्ल्स से प्रभावित हैं। कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बेटे चार्ल्स ने जलवायु परिवर्तन विषय पर अच्छी तरह से बातचीत की। ट्रंप ने कहा, ‘हम 15 मिनट बातचीत करने वाले थे। लेकिन यह बातचीत डेढ घंटे चली। और ज्यादातर समय वह ही बोले। वह जलवायु परिवर्तन विषय पर संजीदा हैं और मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छी बात है, मतलब यह कि मैं यह चाहता हूं, मुझे यह पसंद है।’
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका वर्तमान में सबसे स्वच्छ क्लाइमेट वाला देश है जो हर मानकों पर खरा उतरता है और ये और भी बेहतर हो रहा है। हम स्वच्छ और बेहतर पानी के लिए प्रयासरत हैं। इसके अलावा ट्रंप ने कहा कि चीन, रुस, भारत जैसे देशों में अच्छी हवा नहीं है ना ही अच्छा पानी है ये काफी प्रदूषित देश हैं। अगर आप इनमें से किसी शहर में जाते हैं तो आप ढंग से सांस भी नहीं ले पाते हैं। उन्हें अपनी जिम्मेदारी का एहसास नहीं है।
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